आर.सी.एफ एम्पलाईज यूनियन ने की अध्यापकों पर किये लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में निंदा

अध्यापकों पर लाठीचार्ज करना लोकतंत्र की हत्या करने जैसा-सर्वजीत सिंह

हुसैनपुर, (कौड़ा)- आर.सी.एफ एम्पलाईज यूनियन ने मीटिंग कर पंजाब सरकार द्वारा स्थाई नौकरी की करने की मांग कर रहे अध्यापकों पर बर्बर लाठीचार्ज करने की पुरजोर निंदा की। साथी सर्वजीत सिंह, महासचिव, आरसीएफ एम्पलाईज यूनियन ने कहा कि अपने हक के लिए शांति से संघर्ष करने का अधिकार हमें देश का संविधान ने दिया है। परंतु पंजाब सरकार द्वारा स्थाई रोजगार की मांग करते शिक्षा प्रोवाइडर, एजीएस, एआईई अध्यापक जो 2009 से बच्चों को शिक्षा देने का काम बखूबी कर रहे हैं, जिनको पंजाब सरकार ₹6000 से लेकर ₹9000 वेतन देकर उनका शोषण कर रही है की मांगे मानने की बजाय उन पर लाठीचार्ज करना देश में लोकतंत्र की हत्या ही कही जा सकती है।

उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने पिछले विधानसभा चुनाव में हर घर में रोजगार देने का वादा किया था परंतु सरकार बनने के बाद नौजवानों व मेहनतकश लोगों पर लाठियां बरसाई जा रही हैं, आंसू गैस के गोले फेंके जा रहे हैं, गंदे पानी की बौछारें मारी जा रहीं हैं, उन्हें मांग पत्र देने से रोकने के लिए नोकीली तारों की बैरिकेडिंग की जा रही है। हम यह हमारी और देश की बदकिस्मती है यह सब हमारी वोट लेकर बनी सरकारें कर रही हैं। परमजीत सिंह खालसा, अध्यक्ष ने कहा कि हम पंजाब सरकार की इस बेहूदा कार्रवाई की जोरदार निंदा करते हैं और देश के तमाम मेहनतकश लोगों, कर्मचारियों, मजदूरों, किसानों, नौजवानों आदि को एकजुट होकर संघर्ष के मैदान में आने की अपील करते हैं। उन्होंने कहा कि सरकारें चाहे किसी राज्य की हो या केंद्र की, राजनीतिक पार्टी चाहे कोई भी हो नीतियां मेहनतकश जनता के विरुद्ध ही लागू की जाती हैं। उन्होंने कहा कि अपने हक अधिकार, अपना भविष्य बचाने के लिए मेहनत कश लोगों की ताकत हमारी एकता ही है।

मीटिंग में हरविंदर पाल, मनजीत सिंह बाजवा, बचितर सिंह, नरेंद्र कुमार, शरणजीत सिंह, प्रदीप कुमार, तलविंदर सिंह, अरविंद कुमार, दलवारा सिंह, सुखविंदर सुखी, गुरतेज सिंह, बाबा अजैब सिंह, तरलोचन सिंह दलजीत सिंह थिंद आदि विशेष रूप में हाजिर थे।

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