डॉ. बी. आर. अंबेडकर जी का 65वां महापरिनिर्वाण बूलपुर में मनाया गया

हुसैनपुर (समाज वीकली) (कौड़ा)-बसती बूलपुर के वासियों की ओर से पहली बार ज्ञान के प्रतीक, भारतीय संविधान के निर्माता, मानवता के मसीहा बाबा साहिब डॉ. बी. आर. अंबेडकर जी का 65वां महापरिनिर्वाण बूलपुर में मनाया गया जिसकी प्रधानगी बाबा साहिब डॉ. बी. आर. अंबेडकर सोसायटी रजि. रेल कोच फैक्‍ट्री, कपूरथला के महासचिव धर्म पाल पैंथर, एडवोकेट जसप्रीत कौर, सलविंदर सिंह बूलपुर, एससी/एसटी रेलवे कर्मचारी एसोसीएशन के पूर्व प्रधान पूरन सिंह, पंच कुलविंदर कौर, पंच चरनजीत कौर ने साझे तौर पर की। प्रधानगी मंडल की ओर से बाबा साहिब की तसवीर को फूल माला अर्पण करने उपरांत सटेज की भूमिका सुखदेव सिंह बूलपुर ने करते हुए बताया कि आज का दिन भारत के इतिहास में बहुत ही महत्‍वपूर्ण है। इस दिन भारत के पहले कानून मंत्री एवं नारी जाति के मुक्‍तिदाता बाबा साहिब डॉ अंबेडकर दुनिया से निर्वाण प्राप्‍त कर गये थे।

          इस मौके पर श्रादांजलि भेंट करते हुए मुख्‍य मेहमान धर्म पाल पैंथर ने कहा कि बाबा साहिब आखौती निम्‍न जाति में पैदा होकर दुनिया के सब से ज्‍यादा बुद्धिमान और सब से ज्‍यादा डिगरीयां प्राप्‍त करने वाले इंसान बने। आज तक का दुनिया के प्रतेक रिकार्ड बाबा साहिब के नाम है जिस पर भारत वासियों को गर्व होना चाहिये। बाबा साहिब ने कहा था कि मनुष्‍य को ज्‍यादा से ज्‍यादा ज्ञान हासिल करना के लिये किताबों को पढ़ना चाहिये। कलम दुनिया की हरेक ताकत से ताकतवर होती है। मनुष्‍य को जीवत रहने के लिये सिर्फ रोटी ही नहीं चाहिये, बल्‍कि उसके पास दिमाग भी है जिसको विचारों के भोजन की जरूरत है। बाबा साहिब ने कहा था कि दुनिया में गरीब वह है जो शिक्षा से वंचित है, इस लिये आधी रोटी कम खायें लेकित अपने बच्‍चों को जरूर पढ़ाओ। अंत में पैंथर ने कहा कि अगर हम अपने बच्‍चों का भविष्‍य रौशन करना चाह‍ते हैं तो अपनी सोच और पेशे में परिवर्तन लाना होगा।

           पूर्व प्रधान पूरन सिंह, एडवोकेट जसप्रीत कौर, भारतीय मुक्‍ति मोर्चा कपूरथला से कुलविंदर सिंह काला और राकेश कुमार आदि ने साझे तौर पर कहा कि जब तक हमारा समाज अंधविश्‍वास और कर्मकाडों की दलदल से बाहर नहीं निकलता तब तक कोई भला नहीं हो सकता। हमें बाबा सहिब के संघर्षमई जीवन से प्ररेणा लैकर अपने बच्‍चों को शिक्षित करना होगा। बाबा साहिब ने देश के प्रतेक नागरिक को बराबर अधिकार लैकर दिये। 18 वर्ष के बाद प्रतेक नागरिक को वोट का अधिकार लैकर दिया जोकि बहुत बड़ा हथियार है। हमें अपने मतदान का इसतेमाल बहुत ही सूझबूझ के साथ करनी चाहिये। बाबा साहिब के तीन मूल मंत्र शिक्षित बनो, संघर्ष करो और संगठित रहो को अमली जामा पहिनाने की बहुत जरूरत है। उन्‍होनें कहा कि स्‍कूल, कालेज में एससी/एसटी बच्‍चों को जाति तौर पर जलील किया जाता है जिससे उनका मनोबल टूट जाता हे और अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड देते हैं। हमें बाबा साहिब की तरह ऐसी चनौतियों को डट कर मुकाबला करके अपनी पढ़ाई को लगातार जारी रखना होगा। थानेदार गुरबचन सिंह ने स्‍कूल में पढ़ते 60 बच्‍चों को कापीयां और पैन वितरण किये।

समागम में विशेष तौर पर हरविंदर सिंह भंडाल चौकी इंचार्ज मिठड़ा, बीबी गुरमीत कौर, संतोख राम जनागल, हंस राज बस्‍सी, धर्मवीर, करनैल सिंह बेला, संतोख सिंह जब्‍बोवाल, लख्‍खी बाबू , प्रधान प्‍यारे लाल, मा. गुरप्रीत सिंह, बाबा दर्शन लाल, दरबारा सिंह चंदी, बीईओ ज्ञान सिंह, शिंदर पाल सिंह, राज कुमार, चरनजीत सिंह, सुखदेव सिंह, हरमेश सोनू, सुखविंदर कौर, जगीर कौर और रिम्‍पी आदि भारी गिणती में महिला और पुरूष शामिल हुए।‍

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