आर सी एफ की धार्मिक , समाजिक,समाजसेवी व दलित जत्थेबंदीयों की अहम बैठक आयोजित

फोटो कैपशन : एससी/एसटी, ओबीसी एवं समूह समाज के अलग अलग संस्थाओं के नेतागण

नौदीप कौर गंधड़ की रिहाई की भारत सरकार से मांग

हुसैनपुर (समाज वीकली) (कौड़ा)– रेल कोच फैक्ट्री , में काम कर रही एससी/एसटी एवं ओबीसी समाज की धार्मिक एवं समाजिक जथेबंदिओं की एक सांझी मीटिंग जिसकी प्रधानगी आल इंडिया एससी/एसटी रेलवे कर्मचारी एसोसिएशन के जोनल प्रधान जीत सिं‍ह एवं आल इंडिया ओबीसी रेलवे कर्मचारी एसोसिएशन के जोनल प्रधान उमां शंकर सिंह ने सांझे तौर पर की।

मीटिंग में बाबा साहिब डॉ. बी आर अंबेडकर सोसायटी रजि., के महासचिव धर्म पाल पैंथर, एससी/एसटी के जोनल सचिव आर सी मीणा, वर्किंग प्रधान रणजीत सिंह, कैशियर सोहन बैठा, गुरदुआरा श्री गुरू रविदास सेवक सभा रजि के प्रधान अमरजीत सिंह मल्ल , धार्मिक सचिव बहादर सिंह, बाबा जीवन सिंह सोसायटी  के महासचिव बीर सिंह वड़ैच, भारतीय बोध महासभा प्रधान टी पी सिंह, महासचिव सुरेश चंद्र बोध, ओबीसी के वर्किंग प्रधान आर के पाल, उपाध्यक्ष अरविंद कुमार, आशोक कुमार, इंसाफ संस्था  के प्रधान बदरी प्रसाद के अलावा एससी/एसटी पूर्व प्रधान पूरन सिंह, देस राज एवं मेजर सिंह आदि ओहदेदार शामिल हुए।

मीटिंग में दलित मजदूर नेता और मजदूर अधिकार संगठन की सदस्या नौदीप कौर गंधड़ जोकि मुक्तसर साहिब  की रहने वाली है जिसको पिछले दिनीं हरियाणा सरकार की सोनीपत पुलिस के दुवारा दिल्ली के सिंघू बॉर्डर से गैर कानूनी हिरासत में लेकर जेल में रखा गया है। समूह जथेबंदिओं ने सखत शब्दों में निंदा की गई।

भारत सरकार और ‍हरियाणा सरकार से पुरजोर अपील की है कि मजदूर नेता नौदीप कौर को तुरंत रिहा किया जाये। भारत सरकार लोगों के बोलने की आजादी पर पाबंदी लगाना गैर संविधानिक है। भारत सरकार के एससी/एसटी कमिशन को भी पुरजोर अपील की है इस में उचित करवाही करके नौदीप को इंसाफ दिलाया जाये।  सभी नेताओं ने एकसुर में कहा कि जब से केंदर में भाजपा की सरकार आई है तब से दलित लोगों और महिलाओं पर दिन ब दिन अत्यााचारों में बढौतरी हुई है।

एक तरफ सरकार बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ जैसे नारे लगाती है दूसरी तरफ महिलाओं के साथ गैर मानवी सलूक किये जा रहे हैं जोकि भारत सरकार पर सवालीय चिन्ह है। उनकी बहन के दुवारा पुलिस पर शरीरक शोषण और मानसिक पताड़ना के जो अरोप लगाये है यह बहुत ही निंदनीय और चिंताजनक है। देश की सरकारों ने दलितों पर हो रहे जुल्मों के प्रति कभी भी गंभीरता नहीं दिखाई सिर्फ घडियाली अंसू बहाने का काम किया है। भारत सरकार और हरियाणा की खटड़ सरकार को मजदूर नेता नौदीप की जल्द  से जल्दं रिहाई करने की मांग करते है

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